मसूरी के एक रिजॉर्ट में काम करने वाली एक युवती की गुरुवार देर रात को तबीयत खराब होने पर लंढौर कम्युनिटी अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने युवती में कोरोना के लक्षण होने की बात कहकर उसे दून अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। पीड़िता मूल रूप से नागालैंड की रहने वाली है। यहां पीड़िता के साथ एक युवती और रहती है।
बता दें कि हाल ही में दो छात्रों और एक बुजुर्ग महिला को भी कोरोना के लक्षणों के चलते दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि तीनों ही रिपोर्ट नेगेटिव आने से लोगों ने राहत की सांस ली।
मसूरी नगर पालिका सभासद जसवीर कौर ने बताया कि पीड़िता की तबीयत खराब होने पर उन्होंने 108 एंबुलेंस को फोन किया तो एंबुलेंस के चकराता जाने की बात कही गई। इसके बाद शुक्रवार को आपदा प्रबंधन की एंबुलेंस उपलब्ध हुई, जिसके बाद युवती को दून अस्पताल भेजा गया। हालांकि अभी युवती को आईसोलेशन वार्ड में नहीं रखा गया है। लेकिन उसकी जांच की जा रही है।
बता दें कि हाल ही में दो छात्रों और एक बुजुर्ग महिला को भी कोरोना के लक्षणों के चलते दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि तीनों ही रिपोर्ट नेगेटिव आने से लोगों ने राहत की सांस ली।
मसूरी नगर पालिका सभासद जसवीर कौर ने बताया कि पीड़िता की तबीयत खराब होने पर उन्होंने 108 एंबुलेंस को फोन किया तो एंबुलेंस के चकराता जाने की बात कही गई। इसके बाद शुक्रवार को आपदा प्रबंधन की एंबुलेंस उपलब्ध हुई, जिसके बाद युवती को दून अस्पताल भेजा गया। हालांकि अभी युवती को आईसोलेशन वार्ड में नहीं रखा गया है। लेकिन उसकी जांच की जा रही है।
रुड़की में बाहर से आए तीन लोगों के सैंपल लिए
रुड़की और खानपुर में बाहरी प्रदेशों से घर लौटने के बाद खांसी और जुकाम की शिकायत लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे तीन लोगों को डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया है। साथ ही जांच के बाद उनका ब्लड सैंपल लेकर दिल्ली लैब भेज दिया।
सीएमएस डॉक्टर संजय कंसल ने बताया कि तीनों मरीज शुक्रवार सुबह सिविल अस्पताल आए थे। सभी को खांसी और जुकाम की शिकायत है। इनमें एक दिल्ली, दूसरा बिहार और तीसरा राजस्थान के भिवाड़ी से लौटा है। तीनों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इस समय सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 12 लोग भर्ती हैं।
सभी का उपचार चल रहा है। अभी कुछ लोगों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। उधर, खानपुर क्षेत्र के दो गांवों में पंजाब और कोटद्वार से लौटे करीब दो दर्जन लोगों की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पहुंच स्क्रीनिंग की। किसी भी ग्रामीण में फिलहाल कोरोना जैसी महामारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
खानपुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. विनीत कुमार ने बताया कि विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को दल्लावाला गांव पहुंचकर कोटद्वार से लौटे आठ लोगों की स्वास्थ्य जांच की। वहीं, शुक्रवार को जोग्गावाला गांव में पंजाब से लौटे 16 लोगों की स्क्रीनिंग की। उन्होंने बताया कि किसी में भी कोरोना जैसे लक्षण दिखाई नहीं दिए। फिर भी सभी को 14 दिनों तक क्वारंटीन रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमएस डॉक्टर संजय कंसल ने बताया कि तीनों मरीज शुक्रवार सुबह सिविल अस्पताल आए थे। सभी को खांसी और जुकाम की शिकायत है। इनमें एक दिल्ली, दूसरा बिहार और तीसरा राजस्थान के भिवाड़ी से लौटा है। तीनों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इस समय सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 12 लोग भर्ती हैं।
सभी का उपचार चल रहा है। अभी कुछ लोगों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। उधर, खानपुर क्षेत्र के दो गांवों में पंजाब और कोटद्वार से लौटे करीब दो दर्जन लोगों की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पहुंच स्क्रीनिंग की। किसी भी ग्रामीण में फिलहाल कोरोना जैसी महामारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
खानपुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. विनीत कुमार ने बताया कि विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को दल्लावाला गांव पहुंचकर कोटद्वार से लौटे आठ लोगों की स्वास्थ्य जांच की। वहीं, शुक्रवार को जोग्गावाला गांव में पंजाब से लौटे 16 लोगों की स्क्रीनिंग की। उन्होंने बताया कि किसी में भी कोरोना जैसे लक्षण दिखाई नहीं दिए। फिर भी सभी को 14 दिनों तक क्वारंटीन रहने के निर्देश दिए गए हैं।